Saturday, September 24, 2011

सलोन के मुस्लिम गहरवार (२७)





मुहम्मद अय्यूब खान >



<मोहम्मद इस्हाक़ खान



अज़ीज़ सलोनी के साथ जुनैद












सलोन के मुस्लिम गहरवार (२६)


हमारे गहरवार बुज़ुर्ग


चौधरी अफ़ज़ाल अहमद खां


चौधरी नियाज़ अहमद खां (अच्छन)
और
चौधरी अब्दुल बारी खां






Friday, September 23, 2011

सलोन के मुस्लिम गहरवार (२५)

मुवाल्लिफ़ के दादा
लाल मुहम्मद खां चौधरी बक़लम खुद
के
दस्तख़त दस्तावेज़ के सफ़े पर








मुवाल्लिफ़ के वालिद
जनाब क़ुबूल अहमद खां


Sunday, September 11, 2011

सलोन के मुस्लिम गहरवार (24)








यह दस्तावेज़ मुझे शब्बीर अहमद वल्द बशीर अहमद से हासिल हुवा जो कि भुट्टी दादी के नवासे होते हैं.
मैं उनका शुक्र गुज़ार हूँ.














सलोन के मुस्लिम गहरवार (23)


























































यह दस्तावेजें शजरे के साथ अब इंटरनेट पर महफूज़ हो गई हैं.

Saturday, September 10, 2011

सलोन के मुस्लिम गहरवार (22)







































































यह दस्तावेजें शजरे के साथ अब इंटरनेट पर महफूज़ हो गई हैं.



Monday, September 5, 2011

सलोन के मुस्लिम गहरवार (21)































































यह कीमती दस्तावेज़ गालिबन इस्तेमरारी बन्दों बस्त लागू होने के बाद के हैं. इसमें गहरवार ज़मींदारों के नाम और ज़मीन का रकबा दर्ज है. उस वक़्त ज़मीन की कोई ख़ास क़ीमत न थी, न ही
ज़मीन गुज़ारे के लिए काफ़ी हुवा करती थी. इन ज़मीनों के बल बूते कोई बशर अपने परिवार का गुज़ारा नहीं
कर सकता था. खेतियाँ मेहनत कश अफ़राद ही बचा सकते थे जो ज़मीन दारी के मालिक ज़मीन दारों के बस की बात नहीं रह गई थी.
सलोन से गहरवारों का बकसरत हिजरत परदेसों को इन्हीं वक्तों में हुवा. ग़रज़ ज़राअतें हाथों से निकलती गईं.
यह बेश बहा दस्तावेज़ मुझे शराफत उल्लाह (वल्द लाल मियाँ) से हासिल हुए जिनके दादा

मेड़ई खान परदेस में रहते थे और भारी भरकम जमीन दारी नस्लों के हाथों से जाती रही.

मैं भाई शराफत उल्लाह का शुक्र गुज़र हूँ कि उन्हों ने अपने बुजुगों की अमानत दारी की जो मेरे काम आई.